नवीन दोहे.!
रहीमदास
रहिमन घर से जब चलो, रखियो मास्क लगाए
ना जाने किस वेश में मिलने कोरोना आए
कबीरदास
कबीरा काढा पीजिए, काली मिरिच मिलाय।
रात दूध हल्दी पियो, सुबह पीजिए चाय।।
तुलसीदास
छोटा सेनिटाइजर तुलसी, राखिए अपनी जेब,।
न काहूँ सो मागिहो, न काहूँ को देब,।।
सूरदास
सूरदास घर मे रहो, ये है सबसे बेस्ट,।
जर, जुकाम, सर्दी लगे, तुरंत करालो टेस्ट ।।
मलूकदास
बिस्तर पर लेटे रहो सुबह शाम दिन रात,।
एक तो रोग भयंकरा, ऊपर से बरसात।।
रहीमदास
रहिमन वैक्सीन ढूंढिए,
बिन वैक्सीन सब सून,
वैक्सीन बिना ही बीत गए,
जुलाई अगस्त और जून
कबीरप्रसाद
कबीर वैक्सीन ढूंढ लिया
धीरज धरो तनिक तुम !
ट्रायल फायनल चल रहा ,
वैक्सीन कमिंग सून !!
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